मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेंद्रगढ़ और आसपास के इलाकों में इन दिनों लगातार भालुओं का आतंक बना हुआ है. भालुओं के हमले की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. रिहायशी इलाके के आस पास भालुओं के आने जाने से लोगों में दहशत का माहौल है. लोगों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही के चलते भालुओं का खतरा इलाके में लगातार बढ़ता जा रहा है. वन विभाग की कार्यशैली से लोग काफी परेशान हैं. लोगों का आरोप है कि शहर में घूमने वाले भालुओं को लेकर वन विभाग की कार्रवाई नाकाफी है. जंगल की लगातार हो रही कटाई और जंगल में खाने पीने की कमी के चलते अक्सर भालू रिहायशी इलाकों का रुख करने पर मजबूर हो रहे हैं.
शहर में लग गए भालू के पोस्टर: स्थानीय लोगों का कहना है कि भालू बार बार कॉलोनी की ओर आ रहे हैं. रात के वक्त भालू अक्सर इस इलाके में टहलते हैं. लोगों का कहना है कि भालू के डर से उनका शाम के बाद निकलना बंद हो गया है. लोगों की शिकायत है कि वन विभाग ने दावा किया था कि वो भालुओं को पकड़कर वापस जंगल में छोड़ेगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ न तो भालुओं को पकड़ा गया न तो उनको जंगल में छोड़ा गया. लोगों की शिकायत है कि जब वो भालुओं के खतरे को लेकर वन विभाग को फोन करते हैं तो वो फोन तक नहीं उठाते हैं.
कांग्रेस ने लगवाए पोस्टर: लोगों की सुरक्षा को लेकर अब सियासत भी तेज होने लगी है. जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सौरभ मिश्रा ने शहर के चौक-चौराहों पर पोस्टर लगवाकर नागरिकों को सचेत किया है. इन पोस्टरों में लोगों से अपील की गई है कि वे शाम ढलने के बाद सुनसान और अंधेरी जगहों पर न निकलें, बच्चों व बुजुर्गों को घर के भीतर सुरक्षित रहने के निर्देश पोस्टर के जरिए दिया गया है. पोस्टर में भालू के करीब न जाने, फोटो या वीडियो बनाने से बचने, खुले में भोजन सामग्री न डालने और भालू दिखने पर तुरंत प्रशासन को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं.
वन विभाग पर भी गंभीर आरोप: स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने पोस्टरों के जरिए वन विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि वन विभाग के अधिकारी नागरिकों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को दरकिनार कर अन्य कामों में व्यस्त रहते हैं. आरोप यह भी है कि वे न तो फोन उठाते हैं और न ही आम जनता की सुनवाई करते हैं. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ऐसे में नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब खुद नागरिकों की ही बनती है.